अब इस में कोई संदेह नहीं रहा कि यह सरकार भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाएगी. इस सरकार का हर कार्य नागरिकों के खिलाफ और भ्रष्टाचारियों के पक्ष में होता है. अब जहाँ भी जब भी चुनाव हो, मतदाताओं को इस भ्रष्ट सरकार और इसकी साथी भ्रष्ट पार्टियों को हराना है.

जन लोकपाल बिल को कानून बनाओ, फिर हमसे वोट मांगने आओ, नहीं तो हार के गहरे समुन्दर में डूबने के लिए तैयार हो जाओ.

Wednesday, September 01, 2010

दिल्ली वालों के दिल का दर्द

आखिरकार दिल्ली वालों के दिल का दर्द जुबान पर आ ही गया. जनता के २८,००० करोड़ रूपए फूंक दिए, लूट लिए, पर शर्म नहीं आई. इस पैसे से कितने ग़रीबों की जिंदगी सुधर सकती थी. पर इन भ्रष्ट लोगों को तो अपनी सुधरी जिंदगी और ज्यादा सुधारनी थी. मजदूरों से जानवरों की तरह काम कराया और खुद ऐयाशी की और कर रहे हैं और करेंगे.

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