Yes, who will pay the bill for this duction of public property?
क्या भारत का भविष्य इन हाथों में सुरक्षित है?
Hats off to you Mr. Joshi. All of them are doing it, but only you have the courage to say it in public. लगे रहो जोशी भाई.
भाई यह राजनीतिबाज एक बार कुर्सी पर बैठ गए तो बैठ गए. अभी तो भ्रष्टाचार के, लोलुपता के, कुर्सी प्रेम के कई आदर्श स्थापित करने हैं इन्होनें.
भाई यह नीली कातिल बसें तो रहेंगी. अभी तो बहुत से इंसानों की जान लेनी है इन्होनें. जिनकी बसें हैं उन्हीं से यह उम्मीद करना की वह इन्हें हटायेंगे, क्या परले दर्जे की बेबकूफी नहीं है?
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