अब इस में कोई संदेह नहीं रहा कि यह सरकार भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाएगी. इस सरकार का हर कार्य नागरिकों के खिलाफ और भ्रष्टाचारियों के पक्ष में होता है. अब जहाँ भी जब भी चुनाव हो, मतदाताओं को इस भ्रष्ट सरकार और इसकी साथी भ्रष्ट पार्टियों को हराना है.

जन लोकपाल बिल को कानून बनाओ, फिर हमसे वोट मांगने आओ, नहीं तो हार के गहरे समुन्दर में डूबने के लिए तैयार हो जाओ.

Thursday, September 10, 2009

Politicians and promise


Politicians never fulfil their promises. A person fulfilling promises can never be a successful politician.

पता नहीं अखवार ने इस खबर को मुख प्रष्ट पर क्यों छापा? वादाखिलाफी तो राजनीतिबाजों की पहचान है. जैसे गुड मीठा होता है बैसे ही राजनीतिबाज वादाखिलाफी करता है. यह खबर तब बनती जब मायावती ने अपना वादा निभाया होता.


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